कलयुग में क्या करें? और क्या ना करें? पाप से मुक्ति पाने के सरल उपाय?/What to do in Kalyug? What else not to do? Simple ways to get rid of sin?

कलयुग में क्या करें? क्या ना करें?                                                                      

कलयुग में क्या करें? और क्या ना करें?
पाप से मुक्ति पाने के सरल उपाय?
   

कलयुग में क्या करें? क्या ना करें? आजकल की दौड़ भाग वाली ज़िन्दगी में मनुष्य को यह याद नहीं रहता है। कि उसको समय के अनुसार क्या करना चाहिए? और क्या नहीं? आज मैं आपको ऐसे सत्य बताऊंगा! जिसका पालन करके आप अपना जीवन और बेहतर बना सकते हैं।

                                                                             

कलयुग में क्या करें? क्या ना करें?

         कलयुग में क्या करें? और क्या ना करें?


1 देवताओं का पूजन, दर्पण में मुख देखना, अंजन लगाना, सिंगार करना, स्नान करना, मल मूत्र का त्याग करना, यह सब कार्य इंसान को पूर्वहम में करना चाहिए।


2 रात में दही खाना, दिन में और दोनों संध्याओ के समय सोना, पराई स्त्री के साथ समागम करना, यह सब नरक की प्राप्ति के कारण है।


3 मनुष्य को कभी भी दोपहर में आधी रात में और दोनों संख्याओं में कभी भी चौराहे पर नहीं रहना चाहिए।


4 भोजन, यात्रा, किसी विषय का चिंतन, कोई वस्तु देना या कोई वस्तु लेना, यह कार्य संध्या के समय नहीं करना चाहिए।


5 मनुष्य को सूने घर में, जंगल में और श्मशान में निवास नहीं करना चाहिए।


6 रात्रि में पेड़ के नीचे नहीं रहना चाहिए।


7 अमावस्या के दिन पेड़ की लता आदि को अथवा उसका एक भी पत्ता नहीं तोड़ना चाहिए। ऐसा करने पर उसे ब्रह्म हत्या का पाप लगता है।



ऊपर दी गई हुई सारी जानकारी विष्णुपुराण, महाभारत, मनुष्यमृति, शुक्रनीति, यमस्मृति आदि से ली गई है।हम उम्मीद करते हैं। दोस्तों आप सभी ने मेरा लिखा हुआ ब्लॉक को पढ़ा होगा। अगर आपको लगता है इस ब्लॉग में क्या होना चाहिए और क्या नहीं और इस को और बेहतर कैसे बनाया जा सकता था। तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं। मैं कोशिश करूंगा ऐसे ही ब्लॉक के द्वारा जानकारी आप तक सबसे पहले और सबसे अलग पहुँचाता रहूँ।  धन्यवाद।

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